कुल्लू का मोहक लोक-नृत्य: नाटी | सोमसी आलेख (1976)

हिमाचल कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी की त्रैमासिक शोध पत्रिका सोमसी के वर्ष 2 अंक 3 (जुलाई 1976) में छपा पुरोहित चन्द्रशेखर ‘बेबस’ जी का एक लेख। महाभारत में किसी ‘उत्सव क्षेत्र’ का उल्लेख मिलता है। वह ठहरता तो हर हाल में हिमाचल प्रदेश में ही है पर कुछ विद्वानों Read more…

कुल्लू के घटना और श्रमप्रधान गीत

“सम्पूर्ण पुस्तक यहाँ पढ़ें” घेशू लोभीया यह गीत एक दुखद घटना पर आधारित है। कुल्लू के कुछ लोग पुरुष, स्त्री चंबा में जंगलात के ठेकेदार के साथ काम पर गए थे। उनमें घेशू और उनकी पत्नी भी थी। सुंदर नाम का एक युवक घेशू की पत्नी पर आशिक हो गया। Read more…

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